तूलिकासदन

सोमवार, 17 फ़रवरी 2025

अदृश्य योद्धा -मेरी लघुकथा

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रविवार, 2 फ़रवरी 2025

ई-पत्रिका / लघुकथा विशेषांक

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https://sahityaratan.com/e-patrika/issue-2-january-2025/                             साहित्य रत्न मासिक ई-पत्रिका  जनवरी -2025 ,वर्ष -2 अंक ...
शुक्रवार, 13 दिसंबर 2024

छटा अंक लघुकथा कलश अंक 2021

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  संस्मरणात्मक आलेख ( लघुकथा से सम्बंधित संस्मरणात्मक आलेख-लघुकथाकलश का छठा अंक-आलेख विशेषांक/जुलाई-दिसंबर/ 5 जुलाई) एक नया अध्याय /सु...
गुरुवार, 22 अगस्त 2024

संरच ना वार्षिकी 2023 /समय ,समाज ,और साहित्य का परिदृश्य

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  लघुकथा /सुधा भार्गव एक  जमाने के अवशेष    "माँ -माँ मुझे कुछ फोटूयेँ भेज दो।" मोबाइल से आती  आवाज माँ के कानों से टकराई।  माँ है...
शनिवार, 4 मई 2024

स्नेह भरे वे पल

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  बलराम भाई जी के घर पर धरना कुछ दिन पहले भाइयों से मिलने दिल्ली जाना हुआ। बलराम भाई जी से भी मिलने गई नोएडा उनकी नए आवास स्थल प...
रविवार, 3 मार्च 2024

तीसरा लघुकथा संग्रह

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'लालटेन' लघुकथा संग्रह   सुधा भार्गव   वरिष्ठ साहित्यकार व सुप्रसिद्ध लघुकथाकार श्री  बलराम अग्रवाल जी के शब्दों में -"कोमल संव...
सोमवार, 10 अप्रैल 2023

प्रयोगात्मक लघुकथाएं

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 लघुकथा कलश का  प्रयोगात्मक लघुकथा विशेषांक 2023  में प्रकाशित मेरी दो लघुकथाएं - साथ ही योगराज प्रभाकर जी  का बहुत बहुत धन्यवाद जिनके कारण ...
मंगलवार, 27 दिसंबर 2022

द अंडरलाइन पत्रिका दिसंबर 2002 लघुकथा विशेषांक में प्रकाशित

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   अंकुर  किटकू का नियम था कि शाम को जैसे ही फुटबॉल खेलकर  लौटता उसके जूते- मौज़े हवा में कलाबाज़ियाँ करते दिखाई देते और फुट बॉल लुढ़कत...
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बंगलौर, कर्नाटक, India
एक कहानीकार हूँ । अब चाहे वह फल-फूलों से लदी और काँटों से बिंधी कथा हो या लघुकथा,बालकथा हो या लोककथा सभी विधाओं पर लेखनी गतिशील है । इस ब्लॉग में मेरी कनाडा डायरी व आलेख हैं। प्यारी -प्यारी स्मृतियाँ व संस्मरण है।
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