tag:blogger.com,1999:blog-773144874233324716.post1831362463534100763..comments2023-10-17T19:21:23.529+05:30Comments on तूलिकासदन: बड़े ज़ोर –शोर से मनाए जाने वाले मातृ दिवस पर सुधाकल्पhttp://www.blogger.com/profile/14287746370522569463noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-773144874233324716.post-38561606272918191702014-05-13T06:59:17.655+05:302014-05-13T06:59:17.655+05:30मर्मस्पर्शी लघुकथाएँ....... शुभकामनायें मर्मस्पर्शी लघुकथाएँ....... शुभकामनायें डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-773144874233324716.post-37466562365217475562014-05-12T16:57:39.290+05:302014-05-12T16:57:39.290+05:30दीदी, पहली लघुकथा अच्छी है लेकिन माँ इतनी अनुदार क...दीदी, पहली लघुकथा अच्छी है लेकिन माँ इतनी अनुदार कैसे होसकती है उस बेटे के लिये जो विदेश से पढाई करके लौटा है । उसके व्यवहार से तो माँ के प्रति स्नेह व सम्मान ही व्यक्त हो रहा है । <br />दूसरी लघुकथा पुत्र की माँ के लिये अटूट श्रद्धा व स्नेह को दर्शाती है । ऐसा भाव माँ को एक जमीन देने वाला है ।गिरिजा कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/07420982390025037638noreply@blogger.com